बारूद (1960)
संगीतकार : खय्याम
गीतकार : हसरत जयपुरी
1 : लिखोगे पढोगे तो आगे बढोगे
रफ़ी, लता, हनी इरानी, शैख़ मुख़्तार, साथी
2 : लिखोगे पढोगे तो आगे बढोगे
रफ़ी , लता
3 : मुसीबत एक खिलौना....चलाचल गर है अँधेरा
मोहम्मद रफ़ी
4 : तेरी आँखों का रंग निराला है
रफ़ी, लता
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