दास्तान-ऐ- लैला मजनू (1974)
संगीतकार : इकबाल
कुरैशी
गीतकार : जाँ निसार
अख्तर
आजा आजा आ भी जा ...आ
प्यार की राहें प्यासी
मोहम्मद रफ़ी
आजा आजा आ भी जा ...कसरो
महल सब छोड़ के आजा
मोहम्मद रफ़ी
न आजा आजा आ भी जा ....बरबाद
बगोले उठेंगे
मोहम्मद रफ़ी
आया है दर पे
सवाली, दामन न मेरा रह जय खाली
मोहम्मद रफ़ी
आया है दर पे सवाली
....तेरे लिए तो हस्ती मिटा दी
मोहम्मद रफ़ी
ए जाने तमन्ना आ भी
जा ...
रफ़ी, सुमन
पुकारती है मोहब्बत
करीब आओ....
रफ़ी, सुमन
लौट के आ लौट के आ
अब छोड़ न जा वीराने में ...
मोहम्मद रफ़ी
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