दिल तेरा दीवाना (1962)
संगीतकार : शंकर
जयकिशन
गीतकार : हसरत जयपुरी, शैलेन्द्र
बिजली गिरा के आप खुद…..दिल तेरा दीवाना है सनम
…..
रफ़ी, लता
धड़कने लगता है मेरा दिल तेरे नाम से ऐसा लगता है
के अब हम गए काम से…..
मोहम्मद रफ़ी
जाने वफ़ा जाने जहाँ जाने तमन्ना कहूँ…..
रफ़ी, लता
मासूम चेहरा यह क़ातिल अदाएं की मौत मारे गए हम
बेचारे …..
रफ़ी, लता
मुझे कितना प्यार है तुम से अपने ही दिल से पूछो
तुम …..
रफ़ी, लता
नज़र बचाकर चले गए वो वरना घायल कर देता …..
मोहम्मद रफ़ी
रिक्शे पे मेरे तुम आ बैठे अब मेरा हुनर देखो…..
रफ़ी, आशा
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