दो लड़कियां (1976)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत
प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बक्शी
बीजुरया चमके जमुना पार, बैरी बालम ज़रा हाथ
मेरा छोडो …..
रफ़ी, लता
गुलशन गुलशन प्यार की बातें हैं, महफ़िल महफ़िल चांदनी रातें हैं …..
रफ़ी, लता
इस दिल में रह चुके हैं वो अरमान की तरह, अब देखते हैं हम को
वो अनजान की तरह ….
मोहम्मद रफ़ी
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