दोस्ती (1964)
संगीतकार : लक्ष्मीकांत
प्यारेलाल
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी
1 : चाहूंगा मैं
तुझे सांझ सवेरे फिर भी कभी अब नाम को तेरे …
मोहम्मद रफ़ी
2 : दुःख हो या सुख हो……..रही मनवा
दुख की चिन्ता क्यों सताती ह…..
मोहम्मद रफ़ी
3 : जाने वालों
ज़रा मुड़ के देखो मुझे एक इंसान हूँ मैं तुम्हारी तरह ….
मोहम्मद रफ़ी
4 : कोई जब राह न पय मेरे संग
आये कि पग पग डीप जलाये मेरी दोस्ती मेरा प्यार….
मोहम्मद रफ़ी
5 : मेरा तो जो भी कदसम है वो
तेरी राह में है ….
मोहम्मद रफ़ी
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