Tuesday, 10 September 2019

Ek Aur E Gyaraah (1982)

एक और एक ग्यारह (1982)

संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल 
गीतकार : मजरूह सुल्तानपुरी 
ओह जानी आफत तुम्हारी चुनरी का छल्ला होगा ...
रफ़ी, आशा 
मुझको तुमको गिनते दो। .... अरे कांधा जोड़  पड़े....
रफ़ी, किशोर 

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