Friday, 11 October 2019

Ek Musafir Rk Haseena (1962)

एक मुसाफिर एक हसीना (1962)

संगीतकार : O P  नय्यर 
गीतकार : सेवन रिज़वी, S H  बिहारी, राजा मेहँदी अली खान 
आप यूँही अगर हम से मिलते रहे, देखिये एक दिन प्यार हो ...
रफ़ी, आशा 
आपका मुस्कुराना, मुझे देखकर आपका मुस्कुराना मोहब्बत नहीं...
मोहम्मद रफ़ी 
बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी मेरी ज़िन्दगी में हुज़ूर आप आये ..
रफ़ी, आशा 
हम को तुम्हारे इश्क़ ने क्या क्या बन दिया, जब कुछ न बन सके... 
मोहम्मद रफ़ी 
कसम खुदा की यक़ीन कर लो... तुम्हे मोहब्बत है हम ने माना ...
रफ़ी, आशा 
मैं प्यार का रही हूँ तेरी ज़ुल्फ़ की छाओं में कुछ देर ठहर जाऊं ...
रफ़ी, आशा 
फिर तेरे शहर में लूटने को चला आया हूँ....
मोहम्म्मद रफ़ी 
तेरी तलाश मुझ को .. . ज़ुबान यार मन तुर्की ...
रफ़ी, आशा  


No comments:

Post a Comment