गूंज उठी शहनाई (1959)
संगीतकार : वसंत देसाई
गीतकार : भारत व्यास
बिखर गए बचपन के सपने ...कह दो कोई न करे यहां प्यार ....मोहम्मद रफ़ी
हौले हौले घूँघट पट खोले बलमवा बेदर्दी .... .रफ़ी, लता, साथी
जीवन में पिया तेरा साथ रहे, हाथों में तेरे मेरा हाथ रहे....रफ़ी, लता
मैंने पीना सीख लिया मैंने जीना सीख लिया ....रफ़ी, लता
तेरी शहनाई बोले सुन के दिल मेरा डोले ....रफ़ी, लता
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