Wednesday, 20 December 2017

An Evning In Peris (1967)

अन इवनिंग इन पेरिस (1967)
संगीतकार : शंकर जयकिशन 
गीतकार : हसरत जयपुरी, शैलेन्द्र 
  1. अजी ऐसा मौक़ा फिर कहाँ मिलेगा, आओ तुम को दिखलाता हूँ .....मोहम्मद रफ़ी
  2. अकेले अकेले कहाँ जा रहे हो हमें साथ लेलो जहां जा रहे हो .....मोहम्मद रफ़ी 
  3. दीवाने का नाम तो पूछो प्यार से देखो काम तो पूछो .....मोहम्मद रफ़ी
  4. होगा तुम से कल भी सामना तब तो मानोगे .......मोहम्मद रफ़ी
  5. मेरा दिल है तेरा, तेरा दिल है मेरा, जब से हमने दिल बदले हैं ......मोहम्मद रफ़ी 
  6. ओ जानेमन दिल दारा .....आसमान से आया फ़रिश्ता ....मोहम्मद रफ़ी
  7. रात के हमसफ़र थक के घर को चले .......रफ़ी, आशा

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